Album: नात शरीफ़
Performed by: ज़ाकिर बहराइची
हुक्म मेरे नबी का अगर हो गया, आसमां भी ज़मीं पर चला आएगा।
यक ब-यक सारा नक़्शा बदल जायेगा, हश्र में खोंटा सिक्का भी चल जाएगा
बांध कर सर पे सेहरा शफ़ाअत का जब, शाफए रोज़े मेहशर चला आएगा।
जब यहूदी की बेटी ने ताना दिया, तेरे वालिद ने तुझको बता क्या दिया
बोली ज़हरा गरीबी है प्यारी मुझे, वरना जन्नत से ज़ेवर चला आएगा।
बोले हसनैन ख़्वाहिश ये बर लाइए, ईद में हम को कपड़े नए चाहिए
फातिमा बोलीं बेटे न घबराइए, जोड़े जिब्रील ले कर चला आएगा।